Wednesday, March 30, 2016

नींद में उतरने से पहले शिथिल होना

 नींद में उतरने से पहले शिथिल होना

“हर रात किसी कुर्सी में आराम से बैठें और अपने सिर को पीछे टिका दें, जैसे आप डेन्टिस्ट के पास करते हैं। इसके लिए तकिये का उपयोग कर सकते हैं। फिर अपने जबड़े के निचले हिस्से को खोलो, सिर्फ शिथिल करो। पहली कुछ सांसें थोड़ी असहज होंगीं। धीरे-धीरे तुम्हारी श्वास स्थिर होगी और बहुत उथली होगी। वह बहुत थोड़ी सी भीतर जाएगी और बाहर आएगी। अपना मुंह खुला रखें, आंखें बंद रखें और विश्राम करें…”
फिर महसूस करने लगें कि आपके पैर शिथिल हो गए हैं जैसे वे आपसे अलग कर लिए गए हैं, उनके जोड़ों से काट लिए गए हों। फिर इस तरह सोचना शुरु करें कि आप सिर्फ शरीर का ऊपरी हिस्सा हैं। पैर गायब हो गए।
फिर हाथों के बारे में भी वही सोचिए कि कि दोनों हाथ ढीले हो गए और आपके धड़ से अलग कर दिए गए। अब हाथ आपके शरीर का हिस्सा नहीं हैं। वे मुर्दा हैं, काट लिए गए।  
फिर सिर के बारे में सोचने लगें कि वह छिन लिया गया, सिर धड़ से अलग कर दिया गया है। उसे ढीला छोड़ दें, वह जिस तरफ भी घूमे, घूमने दें—दायें, बांये, आप कुछ नहीं कर सकते। उसे छोड़ दें, वह हैं ही नहीं। फिर केवल आपका धड़ बचा। अनुभव करें कि आप सिर्फ इतने ही हैं। यह छाती, यह पेट, बस।
नींद में उतरने पहले इसे बीस मिनट तक करें। ऐसा कम से कम तीन सप्ताह करें तो नींद सहज आएगी।

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